राष्ट्रीय कथक समारोह ‘विरासत’
( किसी विशिष्ट विषय को आधार बनाते हुए प्रतिवर्ष एक नवीन अवधारणा पर आधारित मौलिक प्रयास ) कथक मानवता का सुन्दर सन्देश पहुंचाने वाली नृत्य विधा है। नृत्य के माध्यम से समाज में जागरुकता लाने की दृष्टि से कथक संस्थान ने एक मौलिक प्रयास किया, जिसके अन्तर्गत एक नई विचारधारा, अवधारणा एवं नई सोच के साथ राष्ट्रीय कथक समारोह-“विरासत” सम्पन्न कराया गया और इसे प्रदेशवासियों के समक्ष आयोजित किया गया। इस आयोजन की अवधारणा वर्ष 2017-18 में मुख्य विषय के रूप में ‘‘सार्वभौमिक कथक’’ तथा वर्ष 2018-19 में “स्त्रीत्व-एक वरदान” विषय को समर्पित रहा। जिसमें प्रदेश के विख्यात कलाकारों के साथ अन्य प्रदेशों के विभिन्न जिलों जैसे दिल्ली, मुम्बई, पुणे के अत्यन्त वरिष्ठ कलाकारों एवं नवीन प्रतिभाओं (लगभग 150 कलाकार) ने भागीदारी की। प्रदेश के संस्कृति विभाग के इस मौलिक प्रयास को ने केवल प्रदेशवासियों ने बल्कि राष्ट्रीय एवं अन्तर्राट्रीय स्तर के कथक जगत से जुड़े कलाकारों एवं कला प्रेमियों ने सराहा और भविष्य में इस आयोजन से जुडने में उत्सुकता प्रदर्शित की।